समुद्रों में तैरते हुए विशाल बर्फ के टुकड़ों को हिमखंड कहते हैं । इसका निर्माण ग्लेशियरों के टूटने से होता है । पहाड़ों और घाटियों से चलने वाले ग्लेशियर जब समुद्र में पहुंचते हैं , तब समुद्र के पानी की लहरों और चारों की टकराहट से इनके किनारे टूट – टूटकर विशाल हिमखंडों (Himakhandon) में बदल जाते हैं । कुछ हिमनद ऐसे भी होते हैं ,
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Dharatee Par Jeevan Kaise Praarambh Hua धरती पर जीवन कैसे प्रारंभ हुआ ?
आज हम धरती (Dharatee) पर अनेक प्रकार के कीड़े , पक्षी और जानवर देखते हैं । इसी प्रकार हमें तरह – तरह के पेड़ – पौधे और झाड़ियां भी दिखाई देती हैं । ये सभी वस्तुएं जीवित प्राणियों की श्रेणी में आती हैं । वर्षा ऋतु में इन सब की संख्या बहुत अधिक बढ़ जाती है । क्या तुम जानते हो कि धरती पर जीवन कैसे आरंभ हुआ ?

Chetana Kya Hai चेतना क्या है ?
मनोविज्ञान के अनुसार चेतना शब्द किसी प्राणी की जागरुकता या सचेत अवस्था को प्रदर्शित करता है । नींद जैसे ही स्थिति को अचेतन अवस्था कहते हैं । इन दोनों अवस्थाओं के बीच चेतना (Chetana) को विभिन्न स्थितियां हो सकती हैं । पूर्ण चेतना की अवस्था में जागरुकता बहुत अधिक होती है ।

Nadiyaan Kaise Baneen नदियां कैसे बनीं ?
रिवर ‘ ( River ) शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के ‘ रिपा ‘ ( Ripa ) शब्द से हुई है , जिसका अर्थ है ‘ किनारा ‘ । प्राचीनकाल में पानी की उस धारा को , जिनके किनारे होते थे , रिवर कहा जाता था , लेकिन आधुनिक परिभाषा के अनुसार पानी की बहती विशाल धाराओं को , जिनके किनारे बदलते रहते हैं , नदियां (Nadiyaan) कहा जाता है ।

Ghaatiyaan Kaise Banatee Hai घाटियां कैसे बनती हैं ?
पहाड़ों के बीच समतल या ऊबड़ – खाबड़ लंबे – चौड़े स्थानों को घाटी ( Valley ) कहा जाता है । संसार के लगभग सभी पहाड़ों के बीच में इस तरह की घाटियां मिलती हैं । इन स्थानों पर कुछ लोग मकान बनाकर रहने लगते हैं । श्रीनगर , कुल्लू और मनाली हमारे देश की बहुत सुंदर घाटियां (Ghaatiyaan) हैं । क्या तुम जानते हो कि घाटियां किस प्रकार बनती हैं ? घाटियां कई प्रकार से बनती हैं ।

Guphaen Kaise Banee गुफाएं कैसे बनी ?
प्राचीनकाल से ही मनुष्य का संबंध गुफाओं से रहा है । पाषाण युग में मानव गुफाओं में ही रहता था और मौसम व जानवरों से अपनी सुरक्षा किया करता था। बाद में गुफाओं (Guphaen) के विषय में लोगों की अलग – अलग धारणाएं बन गई । यूनान के लोगों का विचार था कि उनके देवता जीयस , पान् डियोनीसिस और प्लूटो गुफाओं में ही रहते थे ।

Kya Hava Mein Bhaar Hota Hai क्या हवा में भार होता है ?
जिस धरती पर हम रहते हैं उसे चारों ओर से सैकड़ों मील की ऊंचाई तक हवा घेरे हुए है । हवा (Hava) के इसी वातावरण में हम रहते हैं , खाते हैं , पीते हैं , सांस लेते हैं और घूमते फिरते हैं । साधारण रूप से हमें लगता है कि हवा का कोई भार नहीं है , लेकिन ऐसी बात नहीं है । यह एक वैज्ञानिक सत्य है कि हवा में भार होता है और यह भार हमारे शरीर पर पड़ता है ।

Kuchh Log Khabboo Kyu Hote Hai ? कुछ लोग खब्बू क्यों होते हैं ?
दुनिया में अधिकतर लोग अपने सभी काम दायें हाथ से करते हैं ; लेकिन चार प्रतिशत लोग ऐसे भी हैं , जो अपने कार्य बायें हाथ से करते हैं । इतिहास पर दृष्टि डालने से पता चलता है कि संसार के बहुत से महान व्यक्ति खब्बू (Khabboo) ही थे । विश्व के महान संगतराश ( Sculptors ) लियोनार्दो द विन्सी ( Leonardo da Vinci ) और माइकलएन्जलो ( Michelangelo ) खब्बू (Khabboo) ही थे ।